à¤à¤• बहà¥à¤¤ बड़े घर में सैकड़ों चूहे रहते थे। वे चारों ओर उछल-कूद करते हà¥à¤ अपना पेट आराम से à¤à¤° लेते थे और फिर जब उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खतरा दिखाई देता तो बिल में जाकर छिप जाते थे। à¤à¤• दिन उस घर में न जाने कहाठसे à¤à¤• बिलà¥à¤²à¥€ आ गई। बिलà¥à¤²à¥€ की नज़र जैसे ही चूहों पर पड़ी तो उसके मà¥à¤à¤¹ में पानी आ गया। बिलà¥à¤²à¥€ ने उन चूहों को खाने के विचार से उसी घर में अपना डेरा डाल दिया। बिलà¥à¤²à¥€ को जब कà¤à¥€ à¤à¥‚ख लगती तो वह अà¤à¤§à¥‡à¤°à¥‡ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में छिप जाती और जैसे ही चूहा बिल से बाहर आता तो उसे मारकर खा जाती। अब तो बिलà¥à¤²à¥€ रोज चूहों का à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने लगी। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° वह कà¥à¤› ही दिनों में मोटी-ताजी हो गई।
बिलà¥à¤²à¥€ के आ जाने से चूहे दà¥à¤ƒà¤–ी हो गà¤à¥¤ धीरे-धीरे चूहों की संखà¥à¤¯à¤¾ कम होती देख वे à¤à¤¯à¤à¥€à¤¤ हो गà¤à¥¤ चूहों के मन में बिलà¥à¤²à¥€ का डर बैठगया। बिलà¥à¤²à¥€ से बचने का कोई उपाय खोजने के लिठसà¤à¥€ चूहों ने मिलकर à¤à¤• सà¤à¤¾ का आयोजन किया। सà¤à¤¾ में सà¤à¥€ चूहों ने अपने-अपने विचार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किà¤, लेकिन कोई à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ सरà¥à¤µà¤¸à¤®à¥à¤®à¤¤à¤¿ से पास नहीं हो सका। सà¤à¥€ चूहों में निराशा फैल गई।
तब à¤à¤• बूà¥à¤¾ चूहा अपने सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर खड़ा होकर बोला―' à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹ सà¥à¤¨à¥‹, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• सà¥à¤à¤¾à¤µ देता हूà¤, जिस पर अमल करके हमारी समसà¥à¤¯à¤¾ का हल निकल सकता है। यदि हमें कहीं से à¤à¤• घंटी और धागा मिल जाठतो हम घंटी को बिलà¥à¤²à¥€ के गले में बाà¤à¤§ देंगे। जब बिलà¥à¤²à¥€ चलेगी तो उसके गले में बà¤à¤§à¥€ हà¥à¤ˆ घंटी à¤à¥€ बजने लगेगी। घंटी की आवाज़ हमारे लिठखतरे का संकेत होगी। हम घंटी की आवाज़ सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही सावधान हो जाà¤à¤à¤—े और अपने-अपने बिल में जाकर छिप जाà¤à¤‚गे।'
बूà¥à¥‡ चूहे का यह सà¥à¤à¤¾à¤µ सà¥à¤¨à¤•à¤° सà¤à¥€ चूहे ख़à¥à¤¶à¥€ से à¤à¥‚म उठे और अपनी ख़à¥à¤¶à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करने के लिठवे नाचने-गाने लगे। चूहों का विचार था कि अब उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बिलà¥à¤²à¥€ से हमेशा के लिठमà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ मिल जाà¤à¤—ी और वे फिर से निडर होकर घूम सकेंगे।
तà¤à¥€ à¤à¤• अनà¥à¤à¤µà¥€ चूहे ने कहा―'चà¥à¤ª रहो, तà¥à¤® सब मà¥à¤°à¥à¤– हो। तà¥à¤® इस तरह तरह खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾à¤ मना रहे हो, जैसे तà¥à¤®à¤¨à¥‡ कोई यà¥à¤¦à¥à¤§ जीत लिया हो। कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤®à¤¨à¥‡ सोचा है कि बिलà¥à¤²à¥€ के गले में जब तक घंटी नहीं बंधेगी तब तक हमें बिलà¥à¤²à¥€ से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ नहीं मिल सकती।'
अनà¥à¤à¤µà¥€ चूहे की बात सà¥à¤¨à¤•à¤° सारे चूहे मà¥à¤à¤¹ लटकाकर बैठगà¤à¥¤ उनके पास अनà¥à¤à¤µà¥€ चूहे के पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ का कोई उतà¥à¤¤à¤° नहीं था। तà¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बिलà¥à¤²à¥€ के आने की आहट सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दी और सारे चूहे डरकर अपने-अपने बिलों में घà¥à¤¸ गà¤à¥¤
शिकà¥à¤·à¤¾:- इस कहानी से हमें यह शिकà¥à¤·à¤¾ मिलती है कि योजनाà¤à¤ बनाने से किसी à¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ का हल नहीं होता। समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान करने के लिठउन योजनाओं पर अमल करना आवशà¥à¤¯à¤• है।
साà¤à¤¾à¤°:- “कहावतों की कहानियाऔ