पà¥à¤°.1:- पीले फासà¥à¤«à¥‹à¤°à¤¸ को पानी में रखा जाता है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? और इसे लाल फासà¥à¤«à¥‹à¤°à¤¸ में कैसे बदला जा सकता है?
उतà¥à¤¤à¤°:- पीले फासà¥à¤«à¥‹à¤°à¤¸ का जà¥à¤µà¤²à¤¨à¤¾à¤‚क बहà¥à¤¤ कम (34°C) होता है। यह बहà¥à¤¤ कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¶à¥€à¤² ततà¥à¤µ है, जो वायॠमें जलकर अपना ऑकà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤¡ बनाता है, इसलिठइसे पानी में रखा जाता है। पीले से लाल फासà¥à¤«à¥‹à¤°à¤¸ बनाने के लिठकारà¥à¤¬à¤¨ डाइऑकà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤¡ या नाइटà¥à¤°à¥‹à¤œà¤¨ की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में पीले फासà¥à¤«à¥‹à¤°à¤¸ को 250°C पर गरà¥à¤® करना होता है।
पà¥à¤°.2:- à¤à¥€à¤—ा शरीर तौलिठसे पोंछने पर जलà¥à¤¦à¥€ सूख जाता है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚?
उतà¥à¤¤à¤°:- तौलिठमें असंखà¥à¤¯ छिदà¥à¤° होते हैं, जो केशनली की तरह कारà¥à¤¯ करते हैं। à¤à¥€à¤—े शरीर जो जब हम तौलिठसे पोंछते हैं तब यह जल इस छिदà¥à¤° में सोख लिया जाता है। जिस कारण तौलिठसे पोंछने पर शरीर जलà¥à¤¦à¥€ सूख जाता है।
पà¥à¤°.3:- साधारण नमक कà¤à¥€-कà¤à¥€ रंगहीन होने के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर पीला दिखता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚?
उतà¥à¤¤à¤°:- साधारण नमक (NaCL) à¤à¤• आयनिक यौगिक है जिसमें ऋणायन का खाली सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ कà¥à¤² घनातà¥à¤®à¤• आवेश को बà¥à¤¾ देता है। à¤à¤• इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤¨ इस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर चलकर आ सकता है। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के दोष की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में रंगहीन कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿà¤² रंगीन दिखायी पड़ते हैं। ये F-केंदà¥à¤° के समान होते हैं। इसलिठनमक कà¤à¥€-कà¤à¥€ रंगहीन होने के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर पिला दिखाई देने लगता है।
पà¥à¤°.4:- पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ बिलà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग के 'विनà¥à¤¡à¥‹ गà¥à¤²à¤¾à¤¸' दà¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾ (Millky) दिखायी पड़ते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚?
उतà¥à¤¤à¤°:- दिन में काà¤à¤š गरà¥à¤® हो जाता है तथा रात में ठंडा हो जाता है। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤à¤¨à¥€à¤²à¤¿à¤‚ग (Annealing) की कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ होती है। à¤à¤¨à¥€à¤²à¤¿à¤‚ग के कारण कई वरà¥à¤·à¥‹ में काà¤à¤š में कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿà¤²à¥€à¤¯ गà¥à¤£ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो जाता है तथा 'विनà¥à¤¡à¥‹ गà¥à¤²à¤¾à¤¸' दà¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾ रंग के दिखाई पड़ते हैं।
पà¥à¤°.5:- शकà¥à¤•à¤° के विलयन की अपेकà¥à¤·à¤¾ नमक के विलयन की चालकता उचà¥à¤š होती है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚?
उतà¥à¤¤à¤°:- चूà¤à¤•à¤¿ नमक विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ अपघटà¥à¤¯ है जो विलयन में आयनित होता है और आयन ही विलयन की विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ चालकता को बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ हैं जबकि शकà¥à¤•à¤° विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ अनअपघटà¥à¤¯ होने के कारण आपतित नहीं होती है जिससे शकà¥à¤•à¤° के विलयन की चालकता निमà¥à¤¨ होती है।